बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - चतुर्थ प्रश्नपत्र - अनुसंधान पद्धति एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - चतुर्थ प्रश्नपत्र - अनुसंधान पद्धतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - चतुर्थ प्रश्नपत्र - अनुसंधान पद्धति
प्रश्न- शोध समस्या किसे कहते हैं? शोध समस्या के कोई चार स्त्रोत बताइये।
उत्तर -
यंग (1966) के अनुसार सामाजिक विज्ञानों में अनुसन्धान समस्या को ढूँढ़ने के लिए कई स्रोतों का उल्लेख दिया है।. इनमें से कुछ निम्न प्रकार से हैं-
(1) प्रलेखीय स्रोत (Documentary source ) - सरकारी तथा गैर-सरकारी संस्थाओं के प्रतिवेदन और इनके कार्यालयों में उपलब्ध आँकड़ें, स्थानीय अखबारों के विवरण, जनगणना और जनसंख्या सम्बन्धी आँकड़े तथा प्रकाशित रिपोर्ट आदि।
(2) व्यक्तिगत स्रोत (Personal source) - इसके अन्तर्गत दो स्रोत हैं-
(1) प्रत्यक्ष रूप से अनुसन्धान में लगे व्यक्ति (Persons directly involved in research)। (2) पेशेवर लोग (Professional persons ) - इसके अन्तर्गत प्राइवेट अनुसन्धान समस्याएँ और उनसे जुड़े हुए लोग आते हैं।
(3) पुस्तकालय स्रोत (Library source ) - इसके अन्तर्गत अनेक प्रकार की अनुसन्धान पुस्तकें, जनरल्स, विश्व - ज्ञानकोष (Encyclopedia), अनुसन्धान - सार (Abstracts), वार्षिकी पुस्तकें (Year books) जैसे Mental measurement year book.
(4) अधूरा ज्ञान (Gap in knowledge ) - समस्या की उत्पत्ति के स्रोत का यह एक महत्वपूर्ण बिन्दु है जिसका उल्लेख मैक्गुइगन (1969) ने किया है। ज्ञान में अधूरापन भी एक महत्वपूर्ण स्रोत है जिससे समस्या तब तक उत्पन्न होती रहती है जब तक ज्ञान का अधूरापन पूर्ण नहीं हो जाता है। उदाहरण के लिए अधिगम से सम्बन्धित प्रारम्भिक प्रयोगों में थार्नडाइक की समस्या इतनी ही थी कि, "समस्यात्मक स्थिति में पशु उपयुक्त व्यवहार का अधिगम कैसे करते हैं।" इस समस्या के अध्ययनों से ही समस्याएँ बनती गयीं और उसके अध्ययनों की श्रृंखला चलती रही। उसने इन्हीं प्रयोगों के आधार पर 'प्रयत्न भूल सिद्धान्त' का और सम्बन्धित नियमों का प्रतिपादन किया। उसके अनुसन्धानों की श्रृंखला बन्द नहीं हुई। आज भी इससे सम्बन्धित समस्याओं के अध्ययन में अनेकों मनोवैज्ञानिक कार्यरत हैं।
(5) परस्पर विरोधी अनुसन्धान परिणाम (Contradictory research results) - जब एक समस्या विशेष का अध्ययन दो या अधिक अनुसन्धानकर्ता करते हैं और उनके परिणाम परस्पर विरोधी होते हैं। इन परिणामों में कौन-से परिणाम सही हैं और कौन से परिणाम त्रुटिपूर्ण हैं। इस स्थिति में अनुसन्धानकर्ता के अध्ययन के लिए नई समस्या की उत्पत्ति होती है। परस्पर विरोधी परिणाम के कुछ प्रमुख कारण हैं -
(1) जब चरों का उपयुक्त नियन्त्रण नहीं होता है,
(2) जब परिणामों पर अनुसन्धानकर्त्ता की रुचियों, अभिनति और अभिवृत्तियों का प्रभाव पड़ता है,
(3) अनुक्रिया की अलग-अलग विशेषताओं को आश्रित चर (D.V.) मानकर अध्ययन किया जाता है,
(4) जब स्वतन्त्र चर के अनुपयुक्त अनेक मूल्यों के प्रभावों का अध्ययन किया जाता है।
(6) अनुसन्धानकर्त्ता की जिज्ञासा (Curiosity of researcher ) - अनुसन्धान विवरण के कारण उत्पन्न अनुसन्धानकर्त्ता की जिज्ञासा जितनी अधिक होती है उसे समस्या उतनी ही शीघ्र ढूँढ़ने में आसानी रहती है उसकी जिज्ञासा के अभाव में उसके लिए अन्य स्रोत भी महत्वपूर्ण नहीं रह जाते हैं। अतः समस्या उत्पत्ति का प्रमुख स्रोत स्वयं अध्ययनकर्त्ता का जिज्ञासु होना है। उसे अनुसन्धान से सम्बन्धित नई-नई बातें या तथ्य जानने की जितनी ही अधिक जिज्ञासा होती है उसे अनुसन्धान के लिए उतनी ही अधिक समस्याएँ उसके मानस पटल पर दृष्टिगोचर होने लगती हैं।
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- प्रश्न- अनुसंधान की अवधारणा एवं चरणों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- अनुसंधान के उद्देश्यों का वर्णन कीजिये तथा तथ्य व सिद्धान्त के सम्बन्धों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- शोध की प्रकृति पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शोध के अध्ययन-क्षेत्र का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- 'वैज्ञानिक पद्धति' क्या है? वैज्ञानिक पद्धति की विशेषताओं की व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति के प्रमुख चरणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अन्वेषणात्मक शोध अभिकल्प की व्याख्या करें।
- प्रश्न- अनुसन्धान कार्य की प्रस्तावित रूपरेखा से आप क्या समझती है? इसके विभिन्न सोपानों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- शोध से क्या आशय है?
- प्रश्न- शोध की विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- शोध के प्रमुख चरण बताइये।
- प्रश्न- शोध की मुख्य उपयोगितायें बताइये।
- प्रश्न- शोध के प्रेरक कारक कौन-से है?
- प्रश्न- शोध के लाभ बताइये।
- प्रश्न- अनुसंधान के सिद्धान्त का महत्व क्या है?
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति के आवश्यक तत्त्व क्या है?
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति का अर्थ लिखो।
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति के प्रमुख चरण बताओ।
- प्रश्न- गृह विज्ञान से सम्बन्धित कोई दो ज्वलंत शोध विषय बताइये।
- प्रश्न- शोध को परिभाषित कीजिए तथा वैज्ञानिक शोध की कोई चार विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान विषय से सम्बन्धित दो शोध विषय के कथन बनाइये।
- प्रश्न- एक अच्छे शोधकर्ता के अपेक्षित गुण बताइए।
- प्रश्न- शोध अभिकल्प का महत्व बताइये।
- प्रश्न- अनुसंधान अभिकल्प की विषय-वस्तु लिखिए।
- प्रश्न- अनुसंधान प्ररचना के चरण लिखो।
- प्रश्न- अनुसंधान प्ररचना के उद्देश्य क्या हैं?
- प्रश्न- प्रतिपादनात्मक अथवा अन्वेषणात्मक अनुसंधान प्ररचना से आप क्या समझते हो?
- प्रश्न- 'ऐतिहासिक उपागम' से आप क्या समझते हैं? इस उपागम (पद्धति) का प्रयोग कैसे तथा किन-किन चरणों के अन्तर्गत किया जाता है? इसके अन्तर्गत प्रयोग किए जाने वाले प्रमुख स्रोत भी बताइए।
- प्रश्न- वर्णात्मक शोध अभिकल्प की व्याख्या करें।
- प्रश्न- प्रयोगात्मक शोध अभिकल्प क्या है? इसके विविध प्रकार क्या हैं?
- प्रश्न- प्रयोगात्मक शोध का अर्थ, विशेषताएँ, गुण तथा सीमाएँ बताइए।
- प्रश्न- पद्धतिपरक अनुसंधान की परिभाषा दीजिए और इसके क्षेत्र को समझाइए।
- प्रश्न- क्षेत्र अनुसंधान से आप क्या समझते है। इसकी विशेषताओं को समझाइए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण का अर्थ व प्रकार बताइए। इसके गुण व दोषों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख प्रकार एवं विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक अनुसन्धान की गुणात्मक पद्धति का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- क्षेत्र-अध्ययन के गुण लिखो।
- प्रश्न- क्षेत्र-अध्ययन के दोष बताओ।
- प्रश्न- क्रियात्मक अनुसंधान के दोष बताओ।
- प्रश्न- क्षेत्र-अध्ययन और सर्वेक्षण अनुसंधान में अंतर बताओ।
- प्रश्न- पूर्व सर्वेक्षण क्या है?
- प्रश्न- परिमाणात्मक तथा गुणात्मक सर्वेक्षण का अर्थ लिखो।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण का अर्थ बताकर इसकी कोई चार विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- सर्वेक्षण शोध की उपयोगिता बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण के विभिन्न दोषों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक अनुसंधान में वैज्ञानिक पद्धति कीक्या उपयोगिता है? सामाजिक अनुसंधान में वैज्ञानिक पद्धति की क्या उपयोगिता है?
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण के विभिन्न गुण बताइए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण तथा सामाजिक अनुसंधान में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की क्या सीमाएँ हैं?
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की सामान्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की क्या उपयोगिता है?
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की विषय-सामग्री बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक अनुसंधान में तथ्यों के संकलन का महत्व समझाइये।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण के प्रमुख चरणों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अनुसंधान समस्या से क्या तात्पर्य है? अनुसंधान समस्या के विभिन्न स्रोतक्या है?
- प्रश्न- शोध समस्या के चयन एवं प्रतिपादन में प्रमुख विचारणीय बातों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- समस्या का परिभाषीकरण कीजिए तथा समस्या के तत्वों का विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- समस्या का सीमांकन तथा मूल्यांकन कीजिए तथा समस्या के प्रकार बताइए।
- प्रश्न- समस्या के चुनाव का सिद्धान्त लिखिए। एक समस्या कथन लिखिए।
- प्रश्न- शोध समस्या की जाँच आप कैसे करेंगे?
- प्रश्न- अनुसंधान समस्या के प्रकार बताओ।
- प्रश्न- शोध समस्या किसे कहते हैं? शोध समस्या के कोई चार स्त्रोत बताइये।
- प्रश्न- उत्तम शोध समस्या की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- शोध समस्या और शोध प्रकरण में अंतर बताइए।
- प्रश्न- शैक्षिक शोध में प्रदत्तों के वर्गीकरण की उपयोगिता क्या है?
- प्रश्न- समस्या का अर्थ तथा समस्या के स्रोत बताइए?
- प्रश्न- शोधार्थियों को शोध करते समय किन कठिनाइयों का सामना पड़ता है? उनका निवारण कैसे किया जा सकता है?
- प्रश्न- समस्या की विशेषताएँ बताइए तथा समस्या के चुनाव के अधिनियम बताइए।
- प्रश्न- परिकल्पना की अवधारणा स्पष्ट कीजिये तथा एक अच्छी परिकल्पना की विशेषताओं का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- एक उत्तम शोध परिकल्पना की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- उप-कल्पना के परीक्षण में होने वाली त्रुटियों के बारे में उदाहरण सहित बताइए तथा इस त्रुटि से कैसे बचाव किया जा सकता है?
- प्रश्न- परिकल्पना या उपकल्पना से आप क्या समझते हैं? परिकल्पना कितने प्रकार की होती है।
- प्रश्न- उपकल्पना के स्रोत, उपयोगिता तथा कठिनाइयाँ बताइए।
- प्रश्न- उत्तम परिकल्पना की विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- परिकल्पना से आप क्या समझते हैं? किसी शोध समस्या को चुनिये तथा उसके लिये पाँच परिकल्पनाएँ लिखिए।
- प्रश्न- उपकल्पना की परिभाषाएँ लिखो।
- प्रश्न- उपकल्पना के निर्माण की कठिनाइयाँ लिखो।
- प्रश्न- शून्य परिकल्पना से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित समझाइए।
- प्रश्न- उपकल्पनाएँ कितनी प्रकार की होती हैं?
- प्रश्न- शैक्षिक शोध में न्यादर्श चयन का महत्त्व बताइये।
- प्रश्न- शोधकर्त्ता को परिकल्पना का निर्माण क्यों करना चाहिए।
- प्रश्न- शोध के उद्देश्य व परिकल्पना में क्या सम्बन्ध है?
- प्रश्न- महत्वशीलता स्तर या सार्थकता स्तर (Levels of Significance) को परिभाषित करते हुए इसका अर्थ बताइए?
- प्रश्न- शून्य परिकल्पना में विश्वास स्तर की भूमिका को समझाइए।